शंकर वन, बिछुआ, छिंदवाड़ा | Shankar Van Bichhua Chhindwara

 शंकर वन मेला, बिछुआ, छिंदवाड़ा, मप्र | Shankar Van Mela, Bichhua, Chhindwara MP

शंकरवन

मध्‍यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कई प्राकृतिक सौंदर्य स्थल हैं। जहां कई सालों से लोगों और पर्यटकों का आना जाना है। इन स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही बढ़ रही है। ऐसा ही एक मनोरम मनमोहक स्थल बिछुआ विकासखंड का शंकरवन हैं। यह श्रद्धा के साथ प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्‍थल है। यह स्‍थान अत्‍यंत मनमोहक और रमणीय हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। शंकरवन छिंदवाड़ा सहित आसपास के जिलों में और महाराष्ट्र में भी विख्यात है।

शंकरवन पिछले लगभग 100 सालों से भी ज्यादा समय से विख्यात है। यहां शंकर भगवान का एक पुराना मंदिर स्थित है। यह स्थल श्रद्धा के प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है। इस स्थल का धार्मिक महत्व तो है ही पर्यटन की दृष्टि से भी यहां का प्राकृतिक सौंदर्य मनभावन है। इसकी प्रसिद्धि पूरे जिले में है। यहां आने वाले श्रद्धालु भगवान शिव से अपनी मनोकामना की प्रार्थना करते हैं।
शंकर वन मेला, बिछुआ, छिंदवाड़ा, मप्र | Shankar Van Mela, Bichhua, Chhindwara MP

शंकरवन का इतिहास

बताया जाता है कि सन् 1967 ईस्वी में पुलिस विभाग में कार्यरत पुलिस इंस्पेक्टर को भ्रमण के दौरान ग्राम कुरई के समीप शिवलिंग मिलने पर इंस्पेक्टर ने समीप ही जंगल में रमणीय स्थल पर शिवलिंग की पूजा-अर्चना कर मंदिर बनवा दिया। प्रतिदिन पूजा-पाठ होने लगी और प्रतिवर्ष मकर संक्रांति पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया जाने लगा। इस प्रकार धीरे-धीरे यह शंकरवन मेला प्रसिद्धि प्राप्त करने लगा। अब हर वर्ष मेले का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।

शंकरवन का प्रसिद्ध मेला

शंकरवन मेला छिंदवाड़ा जिले के बिछुआ का बहुत प्रसिद्ध मेला है। प्रतिवर्ष जनवरी माह में मकर संक्रांति के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। यह मेला प्रतिवर्ष मकर संक्रांति से सात दिवस पूर्व प्रारंभ हो जाता है तथा मकर संक्रांति 14 जनवरी तक चलता है। यह मेला आस्था का केंद्र होने के साथ ही व्यापार का भी बड़ा केंद्र है। आसपास के ग्रामीणों के लोग इस मेले में साल भर की जरूरतों का सामान खरीदने आते हैं। धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र होने के कारण छिंदवाड़ा सहित आसपास के जिलों से भी शंकरवन मेले में बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं। बिछुआ की ग्राम पंचायत पाना थावंरी के ग्राम कुरई के जंगल में शंकर वन मेला लगता है। मेले में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। मेला अवधि में प्रतिदिन कई परिवार भगवान सत्यनारायण की कथा करवाते हैं और भंडारा भी करवाते हैं। सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी होता है। शंकर वन मेला समिति मेले की व्यवस्थाओं का प्रबंधन करती है।
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शंकरवन मेले में कई प्रकार की दुकानें जैसे पूजन सामग्री, प्रसाद, मिठाई, नाश्‍ते की दुकानें, खिलौने, बर्तन, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, सोने एवं चांदी की दुकाने लगती हैं। मध्‍यप्रदेश के साथ महाराष्ट्र के कई जिलों से भी श्रद्धालुओ का तांता लगता हैं।
शंकरवन में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह क्षेत्र प्रमुख पिकनिक स्थल के रूप में भी जाना जाने लगा है। पूरे साल हजारों लोग यहां आस्था के साथ परिवार सहित समय व्यतीत करने और पिकनिक मनाने आते हैं। पहले जहां सावन मास और संक्रांत के समय लोगों का यहां आना होता था अब साल भर यहां लोग पिकनिक मनाने और सैर सपाटे के लिए आते हैं। यहां कई सालों से लोगों का आना जाना है। आप भी अपने परिवार के सदस्‍यों के साथ या दोस्‍तों के साथ आ सकते हैं। आप जब भी यहां आये या कहीं भी जाये तो कृपया स्‍वच्‍छता का ध्‍यान रखें। गंदगी न फैलायें।

शंकरवन कैसे पहुंचे

जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा से 55 किलोमीटर दूर विकासखंड बिछुआ है। बिछुआ विकासखंड में बिछुआ से लगभग 10 किलोमीटर दूर खमारपानी मार्ग पर शंकरवन नामक स्थल है।
आप शंकरवन बस, टैक्‍सी से या अपने वाहन से भी आसानी से आ सकते हैं। यहां वाहन पार्किंग के लिए भी पर्याप्‍त स्‍थान हैं।
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