पचमढ़ी मध्यप्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन | Pachmarhi Beautiful Hill Station of Madhya Pradesh

 पचमढ़ी मध्यप्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन | Pachmarhi Beautiful Hill Station of Madhya Pradesh

पचमढ़ी मध्यप्रदेश का खूबसूरत हिल स्टेशन | Pachmarhi Beautiful Hill Station of Madhya Pradesh

पचमढ़ी | Pachmarhi

भारत के मध्‍यप्रदेश राज्‍य के होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह लगभग 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। पचमढ़ी को सतपुड़ा की रानी के नाम से भी जाना जाता है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक हरियाली, पर्वत-पठार, जंगल, जंगली जानवर, इतिहास और पौराणिक कथाओं से घिरा आदि में समृद्ध, सबसे शांत और लुभावने पर्यटन स्थलों में से एक है।

पचमढ़ी सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान का एक हिस्सा है। आप यहां से बेहतरीन वन्यजीव स्थलों को देख सकते हैं। यह पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व का एक हिस्सा भी है। इसे यूनेस्को बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में मान्यता दी गई है।
पचमढ़ी उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो शहरों की दैनिक हलचल से दूर और हरियाली के बीच शांत वातावरण में समय व्‍यतीत करना चाहते है। साथ ही जो रोमांचकारी कार्य जैसे माउंटेन क्‍लाइंबिंग, बोटिंग आदि करना चाहते है, वे भी यहां आते है। प्रदूषण और धूल से मुक्त यह स्‍थान एक अलग ही अनुभव देता हैं। पचमढ़ी पर्यटकों के लिए घूमने के लिए सबसे बेहतरीन पर्यटन स्‍थल है। यहां पर प्रकृति और आध्यत्मिक पर्यटन स्थल के बीच पर्यटकों को अलग ही आनंद का अनुभव होता है।

पचमढ़ी में घूमने के स्थानों में प्राकृतिक हरियाली, प्राकृतिक पूल, आकर्षक व्‍यू पॉइंट, शानदार झरने, नदियां, पर्वत-पठार, सुंदर मंदिर, पिकनिक स्पॉट, राष्ट्रीय उद्यान, जंगली जानवर, देशी-विदेशी पक्षी, झरने, वन्य जीवन, मीठे पानी की झील, जंगलों, गुफाओं, पर्वत धाराओं जैसे कई विकल्प शामिल हैं। 

पचमढ़ी का इतिहास | History of Pachmarhi

पंचमढ़ी का नाम यहां की पांच गुफाओं से पड़ा हैं। पचमढ़ी के नाम के पीछे एक पौराणिक कथा है। पौराणिक कथा के अनुसार, महाभारत काल के दौरान पांडव अपने अज्ञात बास के दौरान कुछ समय इन गुफाओ में ठहरे थे। जो आज भी पचमढ़ी में मौजूद है। इसी कारण यह पांडव गुफाओं के नाम से लोकप्रिय हैं। यहां एक सबसे साफ और हवादार गुफा है, जिसे द्रोपदी कुटी कहा जाता है। जबकि सबसे अंधेरी गुफा को भीम कोठरी के नाम से जानते है। लोग पचमढ़ी में इसे देखने के लिए दूर-दूर से आते है। ऐसा भी कहा जाता है पचमढ़ी का नाम इन्ही पांच गुफाओं के कारण ही पड़ा था। एक छोटी पहाड़ी पर यह पांच प्राचीन गुफाएं बनी हैं। ये पांच गुफाएं पचमढ़ी का अब एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं।

पचमढ़ी की इतिहास में एक प्रमुख लोककथा के अनुसार बताया जाता है कि यहां पर भगवान विष्णु ने अप्सरा मोहनी के अवतार में भस्मासुर का वध किया था। 
ये माना जाता है कि पंचमढ़ी घाटी की खोज 1857 में ब्रिटिश सेना के कप्तान जेम्स फोर्सिथ ने की थी। तब उन्होंने इसे एक सेना छावनी के रूप में बनाने की कोशिश की थी।  पंचमढ़ी में आज भी ब्रिटिश काल के अनेक चर्च और इमारतें देखी जा सकती हैं।

पंचमढ़ी घूमने का सही समय | Best time to visit Pachmarhi

पचमढ़ी घूमने किसी भी मौसम में जाया जा सकता है। हालांकि पचमढ़ी हिल स्टेशन घूमने के लिए जाने का सबसे सही समय अक्टूबर से जून के बीच में होता है। यहां पर सर्दियों में न्यूनतम तापमान लगभग 3 डिग्री होता है और गर्मियों में अधिकतम तापमान लगभग 35 डिग्री रहता है। इसी वजह से पंचमढ़ी में हर मौसम में साल भर पर्यटक घूमने के लिये आते रहते है। खासतौर पर गर्मियो में छुट्टियों के समय यहां बड़ी संख्‍या में पर्यटक पहुंचते हैं। गर्मियों में पचमढ़ी की वादियों की ठंडी हवाओं और नदियों तथा झरनो का आनंद लेने आते है। ज्यादातर गर्मियों और मानसून के मौसम में पर्यटकों द्वारा यहां आना पसंद किया जाता है। गर्मियों के मौसम में यहां का मौसम सुहावना होता है और मानसून में आप हल्की वर्षा का आनंद ले सकते हैं।

पचमढ़ी एक अत्‍यंत प्रसिद्ध पर्यटन स्‍थल है। यहाँ हर रोज हजारो लोग आते है। देश ही नहीं विदेशों से भी बड़ी संख्‍या में सैलानी यहां घूमने आते हैं। अगर कोई पारिवारिक यात्रा या हनीमून ट्रिप पर जाने का आपका प्लान है, तो पचमढ़ी आपके लिए सही जगह है।
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पचमढ़ी कैसे घूमे | How to visit Pachmarhi

पचमढ़ी घूमने के के लिए आप चाहे तो प्राइवेट टैक्सी या दो पहिया वाहन भी किराये पर लेकर बड़े आसानी से पंचमढ़ी घूम सकते है। चाहे तो साइकिल लेकर भी पंचमढ़ी की खूबसूरती वादियों को देख सकते हो।

पचमढ़ी कैसे पहुंचे | How to reach Pachmarhi

पंचमढ़ी हिल स्‍टेशन जाने के लिए रेल मार्ग, सड़क मार्ग, हवाई मार्ग तीनों ही मार्ग सुविधाजनक है।

रेलमार्ग द्वारा पचमढ़ी कैसे पहुंचे | How to reach Pachmarhi by Train

पचमढ़ी पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पिपरिया रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन पर अधिकांश रेल रूकती है। पिपरया रेलवे स्टेशन से 54 किलोमीटर की दूरी पर पचमढ़ी है। यहां से टैक्सी या बस द्वारा बहुत ही आसानी से पचमढ़ी हिल स्टेशन तक पंहुचा जा सकता है। अगर आपको पिपरिया तक सीधी ट्रेन नहीं मिलती है, तो आप इटारसी रेलवे स्टेशन तक की ट्रेन पकड़ सकते हैं। फिर इटारसी से किसी अन्‍य ट्रेन द्वारा पिपरिया आ सकते हैं।

रोडमार्ग रोडमार्ग द्वारा पचमढ़ी कैसे पहुंचे | How to reach Pachmarhi by Road

पचमढ़ी हिल स्टेशन तक रोड मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। छिन्‍दवाड़ा, पिपरिया, होशंगाबाद, भोपाल, जबलपुर, नागपुर, इंदौर, कान्हा नेशनल पार्क और पेंच नेशनल पार्क से पचमढ़ी जाने के लिए बस सुविधा उपलब्ध हैं। यह एक छावनी शहर होने के कारण, यहां सड़कों की स्थिति काफी अच्छी है।

पिपरिया से पचमढ़ी 54 किलोमीटर की दूरी पर है।
छिन्‍दवाड़ा से पचमढ़ी 105 किलोमीटर की दूरी पर है।
होशंगाबाद से पचमढ़ी 119 किलोमीटर की दूरी पर है।
भोपाल से पचमढ़ी 191 किलोमीटर की दूरी पर है।
जबलपुर से पंचमढ़ी 250 किलोमीटर की दूरी पर है।
नागपुर से पचमढ़ी 227 किलोमीटर की दूरी पर है।

वायुमार्ग वायुमार्ग द्वारा पचमढ़ी कैसे पहुंचे | How to reach Pachmarhi by Air

पचमढ़ी हिल स्टेशन पहुंचने के लिए भोपाल, जबलपुर और नागपुर हवाई अड्डे सबसे निकटतम है। इन शहरों तक आने के बाद आपको आसानी से कैब, टैक्‍सी या बस पचमढ़ी के लिए मिल जाएगी।

पंचमढ़ी में ठहरने के स्थान | Accommodation in Panchmarhi

पचमढ़ी में ठहरने के लिए कोई समस्‍या नहीं होती हैं। यहां रुकने की काफी अच्छी व्यवस्था है। कई सस्ते और महंगे होटल हैं। आप अपने बजट के अनुसार किसी भी होटल में ठहर सकते हैं।

जब भी आप पंचमढ़ी घूमने आये तो कम से कम 3 दिन का समय जरूर निकालें। तभी आप पंचमढ़ी को पूरी तरह एक्‍सप्‍लोर कर पायेंगे, और यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरत वादियों का आनंद ले पाएंगे।
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